
Oplus_131072
📅 साल था 1995…
बात तबकी है जब मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शिरोडकर अपनी एक फिल्म की शूटिंग में व्यस्त थीं, तभी अचानक एक खबर ने सबको हिलाकर रख दिया-“Shilpa Shirodkar has been shot dead!”
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!इस ख़बर को सुनते ही चारों तरफ अफरातफरी का माहौल हो गया, हलचल तेज हो गई,शिल्पा का फोन लगातार बजने लगा, पर क्या सच्चाई यही थी ? या कुछ और?
🕵️♂️ हकीकत क्या थी?
जाहिर सी बात थी इस न्यूज का कोई सर पैर नहीं था बल्कि ये एक पब्लिसिटी स्टंट था, जिसे 1995 में फिल्म रघुवीर के प्रचार के लिए फैलाया गया था।
शिल्पा शिरोडकर ने हाल फिलहाल में इस ख़बर से पर्दा उठाया, उन्होंने यह बताया कि अब कुछ फिल्म निर्माता गुलशन कुमार के कहने पर हुआ था।
“मैं शूटिंग से निकली और कुछ देर बाद जब कमरे में लौटी तो देखा 20-25 मिस्ड कॉल्स पड़े थे। मेरे माता-पिता बहुत घबरा गए थे।”
— शिल्पा शिरोडकर

🎯 क्यों फैलाया गया ये झूठ?
दोस्तों बात बस इतनी सी है कि आजकल तो सोशल मीडिया का जमाना है पर 90 के दशक में ऐसा नहीं था।
ऐसे में अख़बार ही हेडलाइन का सबसे बड़ा माध्यम होते थे, इसी का फायदा उठाते हुए इस फर्जी खबर को हवा दी गई ताकि फिल्म रघुवीर को बड़ा प्रचार मिल सके।
🤯 शिल्पा का रिएक्शन?
शिल्पा का यही कहना था कि उन्हें इस प्लान के बारे में कोई भी जानकारी पहले से थी ही नहीं, उन्हें भी जब असलियत का पता चला तो वह चौंक गईं। हालांकि फिल्म हिट हो गई इस वजह से उन्होंने इस बात पर ज्यादे विरोध नहीं जताया।
“अगर आज ऐसा होता, तो सोशल मीडिया पर बवाल मच जाता।”
— शिल्पा शिरोडकर
易 क्या कहता है ये वाकया?
यह घटना दर्शाती है कि कैसे 90 के दशक में फिल्म प्रमोशन के लिए हदें पार की जाती थीं।
आज के दौर में ऐसी किसी भी अफवाह को लोग तुरंत फर्जी साबित कर सकते हैं, लेकिन उस समय एक हेडलाइन से अफरा-तफरी मच सकती थी।
🔚 निष्कर्ष
शिल्पा शिरोडकर की हत्या की अफवाह एक सोची-समझी मार्केटिंग चाल थी। यह वाकया आज भी फिल्मी इतिहास में एक चौंकाने वाली घटना के रूप में याद किया जाता है।
शिल्पा अब इस वाकये को याद करके मुस्कुरा लेती हैं, लेकिन तब उनके परिवार के लिए यह बहुत आतंकित कर देने वाला पल था।