📅 प्रकाशित तिथि: 19 जुलाई 2025
✍️ न्यूज़ डेस्क: FreshKhabrein.com
🌧️ देश के 30 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी
देशभर में मानसून सक्रिय हो गया है और कई राज्यों में मूसलाधार बारिश हो रही है।
कम से कम 17 ज़िलों में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। नदियाँ उफान पर हैं और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उत्तराखंड, ओडिशा, बंगाल, केरल समेत 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अगले तीन से चार दिनों तक तेज और भारी बारिश कि संभावना जताई जा रही है।

🦟 मलेरिया पर भारत की बड़ी जीत: बना देश का पहला स्वदेशी टीका, जल्द शुरू होगा उत्पादन
भारत में तैयार हुआ मलेरिया का पहला देसी टीका
भारत ने मलेरिया के खिलाफ एक बहुत बड़ी जीत या यूं तहले उपलब्धी हासिल की है। देश के वैज्ञानिकों ने मलेरिया का पहला स्वदेशी वैक्सीन तैयार कर लिया है, जो न सिर्फ संक्रमण को रोकेगा, बल्कि इसके समुदाय में फैलाव को भी रोकने में सक्षम है।
🧪 “एडफाल्सीवैक्स” नाम से जाना जाएगा यह टीका
इस नए टीके को “AdFalciVax” नाम दिया गया है। यह मलेरिया फैलाने वाले प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम परजीवी पर पूरी तरह असरदार पाया गया है, औक उसे निष्क्रिय करने में पूरी तरह से सक्षम है।
टीका को तैयार करने का कार्य ICMR और भुवनेश्वर स्थित क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र (RMRC) के वैज्ञानिकों ने मिलकर किया है।
🤝 जल्द ही प्राइवेट कंपनियों के साथ साझेदारी
ICMR (भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद) ने इस टीके के उत्पादन के लिए प्राइवेट कंपनियों से समझौता करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
टीका का पूर्व-नैदानिक परीक्षण पहले ही राष्ट्रीय मलेरिया अनुसंधान संस्थान और राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विज्ञान संस्थान (NII) के साथ पूरा किया जा चुका है।
💉 दूसरे देशों के टीकों से बेहतर प्रभाव
ICMR के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने बताया कि वर्तमान में दुनिया में दो प्रमुख मलेरिया टीके हैं — RTS और R21/Matrix-M, जिनका असर 33% से 67% तक है और कीमत भी ₹800 प्रति खुराक तक जाती है।
भारत का यह देसी टीका पूर्व रक्ताणु स्तर पर असर करता है और ट्रांसमिशन ब्लॉकिंग यानी संक्रमण को आगे फैलने से भी रोकता है — जो इसे और भी प्रभावशाली बनाता है।
🌍 2023 में मलेरिया के 26 करोड़ मामले
डॉ. सुशील सिंह (वरिष्ठ वैज्ञानिक, RMRC) के अनुसार, भारत के इस टीके से मजबूत एंटीबॉडी बनती है जो संक्रमण को रोकने में सक्षम है।
उन्होंने बताया कि साल 2023 में दुनियाभर में मलेरिया के अनुमानित 260 मिलियन (26 करोड़) मामले सामने आए — जो 2022 के मुकाबले एक करोड़ ज्यादा हैं।
📌 निष्कर्ष
भारत का यह मलेरिया टीका देश की वैज्ञानिक क्षमता और स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। इसके बड़े स्तर पर उत्पादन से आने वाले दिनों में मलेरिया से निपटनें में हम पूरी तरह सक्षम हो सकते हैं।
