
🚀 शुभांशु शुक्ला की स्पेस से धरती पर भव्य वापसी!
नई दिल्ली: भारत के अंतरिक्ष प्रेमियों के लिए खुशखबरी! शुभांशु शुक्ला, जो AXIOM-4 स्पेस मिशन पर गए थे, अब अंतरिक्ष से धरती पर लौट रहे हैं। उन्होंने 18 दिन इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में बिताए और 310 बार पृथ्वी की परिक्रमा की। अब वह 22.5 घंटे की वापसी यात्रा पूरी कर रहे हैं, जो समंदर में लैंडिंग के साथ खत्म होगी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!लैंडिंग के बाद 7 दिन का ‘आइसोलेशन’ ताकि शरीर दोबारा पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण से तालमेल बैठा सके!
🌍 मिशन की प्रमुख उपलब्धियाँ:
- 🛰️ 22.5 घंटे की वापसी यात्रा (1.3 करोड़ KM की दूरी)
- 🌅 300+ बार सूर्योदय-सूर्यास्त देखे
- 🌍 310 बार पृथ्वी की परिक्रमा
- 🧪 7 वैज्ञानिक प्रयोग (बीज अंकुरण, माइक्रोएल्गी, टार्डिग्रेड आदि)
- 💧 प्रशांत महासागर में स्पेसकैप्सूल लैंडिंग
- 🧘 7 दिन पृथ्वी पर फिटनेस रिकवरी (Rehab)
👩👦 मां का भावुक संदेश:
“हमें गर्व है कि शुभांशु ने भारत का नाम अंतरिक्ष में रोशन किया। अब बस उसका इंतज़ार है।”
– आशा शुक्ला (मां)
🛰️ ‘डी-ऑर्बिट बर्न’ क्या है?
जब कोई स्पेसशिप पृथ्वी पर लौटता है, तो उसे ऑर्बिट से बाहर लाने के लिए धीमा किया जाता है। यह प्रक्रिया थ्रस्टर्स की मदद से की जाती है जिसे ‘डी-ऑर्बिट बर्न’ कहा जाता है। इसके बाद ही वह वायुमंडल में प्रवेश करता है।
📅 शुभांशु का मिशन टाइमलाइन:
📅 तारीख | 🚀 घटना |
---|---|
28 जून 2025 | AXIOM-4 मिशन लॉन्च |
30 जून–15 जुलाई | ISS में वैज्ञानिक प्रयोग |
15 जुलाई 2025 | रिटर्न यात्रा शुरू |
16 जुलाई (उम्मीद) | प्रशांत महासागर में लैंडिंग |
📸 मिशन से जुड़ी तस्वीरें और अपडेट:
पूरा मिशन SpaceX और Axiom Space द्वारा संचालित किया गया था। शुभांशु शुक्ला ने स्पेस में कई महत्वपूर्ण प्रयोग कर भारत को गौरवान्वित किया।
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